PM Udaan Yojana 2025: प्रधानमंत्री उड़ान योजना (UDAN – Ude Desh ka Aam Naagrik) की शुरुआत अक्टूबर 2016 में की गई थी। इस योजना का मूल उद्देश्य देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों को हवाई सेवाओं से जोड़ना और हवाई यात्रा को आम आदमी के लिए किफायती बनाना है। अब जब 2025 में इस योजना को और व्यापक रूप दिया गया है, इसे “प्रधानमंत्री उड़ान योजना 2025” के नाम से जाना जा रहा है। यह पहल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के साथ-साथ छोटे हवाई अड्डों को सक्रिय करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सरकार इस योजना के तहत छोटे शहरों और गांवों को बड़े शहरों से जोड़ने के लिए नए हवाई रूट शुरू कर रही है। इसके लिए एयरलाइनों को वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) प्रदान की जाती है ताकि वे कम भीड़भाड़ वाले रूट्स पर भी उड़ानें संचालित कर सकें।
योजना का लाभ और किराया संरचना
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके अंतर्गत एक घंटे की उड़ान का किराया ₹2,500 से अधिक नहीं रखा गया है, जिससे आम जनता को पहली बार हवाई यात्रा का अनुभव मिल सके। प्रधानमंत्री उड़ान योजना 2025 का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक आम नागरिक हवाई सफर कर सकें, और यह सफर न केवल सुविधाजनक हो, बल्कि जेब पर भी भारी न पड़े।
इस योजना के माध्यम से वर्ष 2022-23 में 3.4 करोड़ से अधिक यात्रियों को हवाई सुविधा उपलब्ध कराई गई थी और 774 रूट्स को चयनित कर 410 हवाई अड्डों और हवाई पट्टियों को जोड़ा गया है। मार्च 2023 तक इनमें से 54 रूट्स पर उड़ानें शुरू हो चुकी थीं।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री उड़ान योजना 2025 का लाभ निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले ले सकते हैं:
- यात्रियों: योजना में कोई आय सीमा नहीं है। हर नागरिक, चाहे वो किसी भी आय वर्ग से संबंधित हो, इस योजना के तहत रियायती दरों पर हवाई यात्रा कर सकता है।
- एयरलाइंस: कोई भी शेड्यूल्ड या नॉन-शेड्यूल्ड एयरलाइन जो निर्धारित मानकों को पूरा करती है, इस योजना के तहत रूट्स के लिए आवेदन कर सकती है।
- हवाई अड्डे: केवल वही एयरपोर्ट्स इस योजना में शामिल होंगे जो अभी तक कम उपयोग में हैं या पूरी तरह से अविकसित हैं।
नई उड़ान योजना 2025 की मुख्य विशेषताएँ
- यह योजना राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (NCAP) का हिस्सा है, जिसे 15 जून 2016 को जारी किया गया था।
- 10 वर्षों तक यह योजना चरणबद्ध तरीके से लागू रहेगी, जिसमें राज्य सरकारों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
- हवाई ईंधन पर 1% जीएसटी लागू किया गया है, जिससे एयरलाइनों को संचालन में राहत मिलती है।
- प्रशिक्षित सुरक्षा बल, सस्ती दरों पर सुविधाएं, और भूमि आवंटन जैसे कदम इस योजना को और व्यवहार्य बनाते हैं।
नई उड़ान योजना का महत्व
आज जब भारत दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन चुका है, तब क्षेत्रीय संपर्क (Regional Connectivity) एक अनिवार्य आवश्यकता है। प्रधानमंत्री उड़ान योजना 2025, छोटे शहरों और गांवों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रही है।
इस योजना से न केवल हवाई यात्रा आम लोगों की पहुंच में आई है, बल्कि इससे पर्यटन, व्यापार और निवेश को भी बढ़ावा मिल रहा है। यह पहल न केवल यात्रियों को लाभ देती है, बल्कि एयरलाइंस को भी नए अवसरों का रास्ता दिखाती है।
क्या है “नया सवेरा” योजना का संबंध?
हालांकि “नया सवेरा” योजना एक अलग सामाजिक पहल है, लेकिन इसके कुछ बिंदु उड़ान योजना से जुड़े हैं, खासकर जब बात वंचित वर्गों के लिए विशेष लाभ देने की आती है। सरकार का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग भी विकास की मुख्यधारा में शामिल हो, और इसका माध्यम बनती है यह योजना।
किस तरह करें आवेदन या जानकारी प्राप्त?
अगर आप उड़ान योजना के तहत हवाई टिकट बुक करना चाहते हैं या योजना से संबंधित किसी भी जानकारी की जरूरत है, तो आप AAI (Airports Authority of India) की आधिकारिक वेबसाइट www.aai.aero पर जाकर विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
साथ ही, एयरलाइन की वेबसाइट्स या ऐप्स के माध्यम से भी आप रियायती टिकटों की उपलब्धता देख सकते हैं।
निष्कर्ष: हर आम नागरिक की उड़ान का सपना अब हकीकत
प्रधानमंत्री उड़ान योजना 2025 भारत में हवाई यात्रा को लोकतांत्रिक बना रही है। यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि ‘हर नागरिक के उड़ने के सपने’ को पंख देने वाली पहल है। छोटे शहरों को जोड़ने, आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने और आम आदमी को भी हवाई सफर की सुविधा देने के इस प्रयास को हमें पूरे उत्साह से अपनाना चाहिए।
अगर आपने अभी तक हवाई यात्रा का अनुभव नहीं लिया है, तो अब समय है कि आप उड़ान योजना का लाभ लें और देश के कोने-कोने तक अपने सपनों के साथ उड़ान भरें।
