EPS Pension Amount Explained – 15, 22 और 30 वर्षों के अंशदान के साथ ₹68,000 मूल वेतन! अगर आप नौकरीपेशा हैं और रिटायरमेंट के बाद एक सुनिश्चित मासिक आमदनी चाहते हैं, तो Employee Pension Scheme (EPS) आपके लिए बेहद अहम है। यह योजना भारत सरकार द्वारा EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के माध्यम से चलाई जाती है, जिसमें हर महीने एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में मिलती है। इस लेख में हम समझेंगे कि यदि आपकी बेसिक सैलरी ₹68,000 है, और आपने 15, 22 या 30 वर्षों तक सेवा की है, तो आपको कितनी पेंशन मिलेगी।
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EPS स्कीम क्या है और यह कैसे काम करती है?
EPS यानी कर्मचारी पेंशन योजना, EPFO द्वारा संचालित एक रिटायरमेंट योजना है जो 58 वर्ष की उम्र के बाद कर्मचारियों को हर महीने पेंशन देती है। यदि कोई कर्मचारी जल्दी रिटायरमेंट लेना चाहता है, तो वह 50 वर्ष की उम्र के बाद भी EPS के तहत पेंशन के लिए आवेदन कर सकता है।
जब आप और आपका नियोक्ता (employer) PF में योगदान करते हैं, तो कुल 12%–12% योगदान होता है। नियोक्ता की तरफ से आने वाले 12% में से 8.33% राशि EPS में जाती है, जबकि बाकी 3.67% EPF खाते में जमा होती है। यही 8.33% हिस्सा आपके भविष्य के लिए पेंशन फंड बनाता है।
EPS के लिए कौन पात्र होता है?
EPS का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें जरूरी हैं। पहला, आपको EPFO का सदस्य होना चाहिए। दूसरा, आपको कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी होगी। और तीसरा, नियमित पेंशन के लिए 58 वर्ष की उम्र, जबकि जल्दी पेंशन के लिए न्यूनतम 50 वर्ष की उम्र जरूरी है। अगर इन शर्तों को आप पूरा करते हैं, तो आप इस योजना के अंतर्गत मासिक पेंशन पाने के हकदार हैं।
EPS पेंशन कैसे निकाली जाती है?
EPS पेंशन निकालने का एक निर्धारित फॉर्मूला है, जो इस प्रकार है:
- मासिक पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी × पेंशन योग्य सेवा) / 70
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि भले ही आपकी वास्तविक सैलरी ₹68,000 हो, लेकिन EPS की गणना अधिकतम ₹15,000 के वेतन सीमा पर की जाती है। यानी यदि आपकी बेसिक सैलरी ₹68,000 भी है, तो EPS फॉर्मूला में ₹15,000 ही लिया जाएगा।
EPS में न्यूनतम कितनी पेंशन मिलती है?
EPS के तहत मिलने वाली न्यूनतम पेंशन राशि ₹1,000 प्रति माह निर्धारित की गई है। इससे कम कोई पेंशन नहीं दी जाती, चाहे सेवा अवधि कम हो या योगदान कम रहा हो।
EPS का लाभ केवल कर्मचारी को ही मिलता है?
नहीं, EPS का लाभ सिर्फ कर्मचारी तक सीमित नहीं है। यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को पेंशन मिलती है – जैसे कि पत्नी/पति या बच्चे। इस तरह यह योजना कर्मचारी के साथ-साथ उसके परिवार को भी आर्थिक सुरक्षा देती है।
EPS में नॉमिनी बदला जा सकता है?
हाँ, EPS सदस्य अपने नॉमिनी को नियमों के तहत बदल सकते हैं। शर्त यही होती है कि नॉमिनी उनके परिवार का सदस्य होना चाहिए। यदि कर्मचारी का परिवार नहीं है, तो वह किसी अन्य व्यक्ति को नॉमिनी बना सकता है।
नौकरी बदलने पर EPS में क्या होता है?
जब कोई कर्मचारी अपनी नौकरी बदलता है, तो उसका EPF बैलेंस तो नए अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है। लेकिन EPS का योगदान पुराने खाते में ही बना रहता है। हाँ, आपकी कुल सेवा अवधि रिकॉर्ड में जुड़ती रहती है, जिससे पेंशन की गणना प्रभावित नहीं होती। यानी EPS राशि अलग-अलग पासबुक में बनी रहती है, पर सर्विस साल एक साथ जुड़े रहते हैं।
15, 22 और 30 साल की सेवा पर EPS पेंशन कितनी होगी?
चलिए अब असली सवाल की ओर आते हैं – अगर आपकी बेसिक सैलरी ₹68,000 है (जिस पर EPS कैप ₹15,000 लागू होती है), तो आपको 15, 22 और 30 साल की सेवा पर कितनी मासिक पेंशन मिलेगी?
15 साल की सेवा पर
- फॉर्मूला: (15,000 × 15)/70 = ₹3,214
इसका मतलब है कि अगर आपने 15 साल तक EPS में योगदान किया है, तो आपको लगभग ₹3,214 हर महीने पेंशन के रूप में मिलेगी।
22 साल की सेवा पर
- फॉर्मूला: (15,000 × 22)/70 = ₹4,714
22 साल की नौकरी के बाद आपकी मासिक पेंशन लगभग ₹4,714 हो सकती है।
30 साल की सेवा पर
- फॉर्मूला: (15,000 × 30)/70 = ₹6,428
अगर आपने 30 वर्षों तक नौकरी की है और लगातार EPS में योगदान दिया है, तो आपकी पेंशन करीब ₹6,428 प्रति माह बनती है।
EPS पेंशन की गणना में DA कैसे जुड़ता है?
जब EPS पेंशन निकाली जाती है, तो उसमें अंतिम 12 महीनों की बेसिक सैलरी + डियरनेस अलाउंस (DA) का औसत लिया जाता है। लेकिन यहाँ फिर से वही नियम लागू होता है कि चाहे DA मिलाकर सैलरी ₹68,000 हो, EPS में अधिकतम ₹15,000 ही गिना जाएगा।
निष्कर्ष: EPS आपके रिटायरमेंट का साथी
EPS पेंशन स्कीम भले ही कुछ सीमाओं के साथ आती हो, जैसे ₹15,000 की वेतन सीमा, लेकिन यह आज भी एक मजबूत आर्थिक सुरक्षा देती है। कम से कम ₹1,000 की गारंटी और लंबी सेवा पर ₹6,000+ की मासिक पेंशन आपके बुढ़ापे के लिए राहत देती है।
अगर आप लंबी नौकरी करते हैं और समय से पहले योजना में योगदान बंद नहीं करते, तो EPS आपके रिटायरमेंट के लिए एक भरोसेमंद योजना साबित हो सकती है।
