Electric cycle for ₹5,000? Patanjali ने कर दिया Possible! भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन अभी तक अधिकतर मॉडल आम आदमी की पहुंच से बाहर थे। इसी कमी को देखते हुए पतंजलि ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसे ‘सस्ती और टिकाऊ ई-मोबिलिटी’ की दिशा में एक बड़ी क्रांति कहा जा सकता है। पतंजलि ने हाल ही में ₹5,000 की कीमत में एक इलेक्ट्रिक साइकिल लॉन्च की है, जिसकी बैटरी रेंज पूरे 80 किलोमीटर तक है। यह सिर्फ तकनीकी क्रांति नहीं है, बल्कि करोड़ों मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय लोगों के लिए एक नई उम्मीद बन गई है।
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सस्ती कीमत में बेहतरीन तकनीक का मेल
ट्रांसपोर्ट मोड | शुरुआती कीमत | प्रति किमी लागत | वार्षिक खर्च (2000 किमी) | 5 साल का कुल खर्च |
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Patanjali ई-साइकिल | ₹5,000 | ₹0.15 | ₹300 | ₹6,500 |
पेट्रोल बाइक | ₹80,000+ | ₹3.00 | ₹6,000 | ₹1,10,000+ |
पब्लिक बस | ₹0 | ₹2.50 | ₹5,000 | ₹25,000 |
ऑटो-रिक्शा | ₹0 | ₹15.00 | ₹30,000 | ₹1,50,000 |
साधारण साइकिल | ₹3,000 | ₹0.05 | ₹100 | ₹3,500 |
आज के समय में जब आम ई-साइकिल की कीमत ₹25,000 से शुरू होती है और कुछ मॉडल तो ₹80,000 तक के आते हैं, ऐसे में पतंजलि की तरफ से ₹5,000 में ई-साइकिल मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं लगता। लेकिन यह केवल कीमत की बात नहीं है — इसकी फीचर्स भी इसे किसी हाई-क्लास मॉडल से कम नहीं बनाते।
यह साइकिल 250 वॉट की ब्रशलेस डीसी मोटर से लैस है जो 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। 8.8Ah / 36V की लिथियम-आयन बैटरी इस साइकिल को 80 किलोमीटर तक बिना रुके चलाने में सक्षम बनाती है। साइकिल का वजन सिर्फ 22 किलोग्राम है, जो इसे हल्का और तेज बनाता है।
इनोवेटिव तकनीक से बनी यह साइकिल

लोगों के मन में यह सवाल उठ सकता है कि इतनी सस्ती कीमत में इतनी बेहतरीन रेंज और परफॉर्मेंस कैसे मिल रही है? इसके पीछे पतंजलि की इंजीनियरिंग टीम की कड़ी मेहनत और कुछ खास तकनीकी प्रयोग हैं।
साइकिल में अल्ट्रा-लाइट एल्युमिनियम फ्रेम का उपयोग किया गया है जिससे इसकी ड्रैग रेसिस्टेंस काफी कम हो जाती है। मोटर में Neodymium मैग्नेट्स और कॉपर वाइंडिंग का इस्तेमाल किया गया है, जिससे कम ऊर्जा में ज्यादा दूरी तय की जा सकती है। साथ ही इसमें AI-बेस्ड पावर मैनेजमेंट सिस्टम भी दिया गया है जो यूज़र की राइडिंग आदतों को समझकर बैटरी की खपत को संतुलित करता है।
आम लोगों के लिए सस्ते सफर का नया ज़रिया
अगर हम इस साइकिल की तुलना आम ट्रांसपोर्ट मोड्स जैसे पेट्रोल बाइक, बस या ऑटो से करें, तो यह साफ हो जाता है कि पतंजलि की यह पेशकश कितनी किफायती है। एक किलोमीटर चलाने की लागत सिर्फ ₹0.15 आती है, जबकि पेट्रोल बाइक की लागत लगभग ₹3 प्रति किमी होती है। लंबे समय तक देखें तो 5 साल में एक पेट्रोल बाइक पर जहां ₹1,10,000 से ज्यादा खर्च हो सकते हैं, वहीं इस साइकिल पर केवल ₹6,500 खर्च होंगे।
निर्माण में आत्मनिर्भर भारत की झलक
पतंजलि ने इस साइकिल को इतना सस्ता बनाने के लिए अपनी मैन्युफैक्चरिंग और वितरण प्रणाली में भी कई बदलाव किए हैं। इसके अधिकांश पुर्जे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में ही बनाए गए हैं। पुराने EVs की बैटरियों को रिसायकल करके सस्ती बैटरी तैयार की गई हैं। इसके अलावा, पतंजलि की अपनी 5000 से ज्यादा दुकानों के माध्यम से डायरेक्ट सेलिंग की जा रही है जिससे मिडलमैन का खर्च भी बचता है।
पर्यावरण और समाज के लिए फायदेमंद
आज जब पर्यावरणीय संकट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, तब ऐसे प्रयास एक नई दिशा दिखाते हैं। यह साइकिल हर साल 50 किलो तक कार्बन उत्सर्जन से बचा सकती है। इसके अलावा यह ग्रामीण, छात्र और दैनिक मजदूरों के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है। छात्र इसका उपयोग कर स्कूल-कोचिंग तक आसानी से जा सकते हैं, वहीं ग्रामीण लोग अपने रोजगार स्थल तक आसानी से पहुंच सकते हैं।
शुरुआती रिस्पॉन्स और चिंताएं
हालांकि, यह साइकिल शुरुआती दौर में ही काफी लोकप्रिय हो गई है और एक सप्ताह में 50,000 से ज्यादा प्री-ऑर्डर मिल चुके हैं। फिर भी एक्सपर्ट्स की कुछ चिंताएं हैं जैसे पुर्जों की गुणवत्ता, बैटरी की उम्र और सर्विस नेटवर्क की उपलब्धता। अगर इन मुद्दों को सही तरीके से हैंडल किया गया, तो यह साइकिल भारत के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में वाकई बड़ा बदलाव ला सकती है।
भविष्य की योजनाएं भी कम दिलचस्प नहीं
पतंजलि सिर्फ इस एक प्रोडक्ट तक सीमित नहीं रहना चाहता। कंपनी का अगला टारगेट ₹40,000 में इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करना है, जो अगले 18 महीनों में आने वाला है। इसके साथ ही EV डिलीवरी यान, कमर्शियल वाहन और 500 नए सर्विस व चार्जिंग सेंटर्स खोलने की भी योजना है।
निष्कर्ष: यह सिर्फ साइकिल नहीं, बदलाव की सवारी है
कुल मिलाकर पतंजलि की यह ई-साइकिल सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि एक मिशन है जो भारत को आत्मनिर्भर, पर्यावरण के अनुकूल और सस्ता ट्रांसपोर्ट सिस्टम देने की ओर बढ़ रहा है। अगर यह मॉडल सफल रहता है, तो बाकी कंपनियों पर भी दबाव बनेगा कि वे भी कम दाम में अच्छी गुणवत्ता वाली ई-साइकिल्स उपलब्ध कराएं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. क्या नुकसान पतंजलि ने ₹5,000 में इलेक्ट्रिक साइकिल लॉन्च की है?
उत्तर: अभी तक पतंजलि द्वारा ₹5,000 की इलेक्ट्रिक साइकिल की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, लेकिन कंपनी की ओर से कोई घोषणा नहीं हुई है।
प्रश्न 2. ₹5,000 की इलेक्ट्रिक साइकिल में क्या-क्या सुविधाएं हो सकती हैं?
उत्तर: इतनी कम कीमत में मिलने वाली इलेक्ट्रिक साइकिल में लिमिटेड बैटरी रेंज (20-25 किमी), पेडल असिस्ट, छोटी बैटरी (LI-ion) और सिंपल ब्रेक सिस्टम जैसी सुविधाएं हो सकती हैं।
प्रश्न 3. पतंजलि ने पहले भी कोई इलेक्ट्रिक वाहन लॉन्च किया है?
उत्तर: नहीं, अब तक पतंजलि ने कोई भी इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रिक या फिर आधिकारिक तौर पर बाजार में लॉन्च नहीं किया है। हालांकि आयुर्वेद, एफएमसीजी और शिक्षा क्षेत्र में कंपनी काफी सक्रिय है।
